Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Header Ad

Breaking News

latest

हिम्मत और जिंदगी I Class 9 Elective Hindi I SEBA

  Class 9 Elective Hindi Book Chapter 1 Short Answer | SEBA   हिम्मत और जिंदगी Short Question Answer | Safiul Islam  हिम्मत और जिंदगी अ...

 Class 9 Elective Hindi Book Chapter 1 Short Answer | SEBA  हिम्मत और जिंदगी Short Question Answer | Safiul Islam


 हिम्मत और जिंदगी

अध्याय- 1

(आ) संक्षिप्त उत्तर दो :

1. चाँदनी की शीतलता का आनंद कैसा मनुष्य उठा पाता है ? 

उत्तर : जो दिनभर धुपमे थककर घर लौट आता है और जिसका मन यह जानकर संतुष्ट है कि दिनभर का समय उसने किसी अच्छे काम में लगाया है । उसे चाँदनी की शीतलता का आनंद अनुभव होता है ।

2. लेखक ने अकेले चलने वाले की  सिंह से क्यों की ? 

उत्तर : साहसी मनुष्य जीने की सपनों में भी रस लेते है जिसके कोई व्यावहारिक अर्थ नहीं रहते । साहसी लोगों ने सपने किसी से उधार नहीं लेते वह अपने विचारों में ही मगन रहते और अपने रास्ता खुद ही बना लेते । जिस प्रकार सिंह अपने ही कामों में मगन रहते और बिल्कुल अकेला होने पर ही मगन रहते ।

3. जिन्दगी का भेद किसे मालुम है ?

उत्तर : जिन्दगी को ठीक से जीने में हमेशा ही जोखिम झेलना पड़ता है और जो आदमी सकुशल जीने के लिए जोखिम का हर जगह घेरा डालता है अंत में वह अपने ही घेरे में कैद हो जाता है। जिन्दगी में हम उतना ही पाते है जितना पुँजी लगाते है। जो संकटों में सामना करता है वही सफल होता है। जिन्दगी के कुछ भेद उसे मालुम होता है कि जो जानकर चलता है कि जिन्दगी कभी खत्म होने वाली चीज नहीं है ।

4. लेखक जीवन की साधक को क्या चनौती दी है ?

उत्तर : लेखक रामधारी सिंह दिनकर जीने जीवन की साधकों को यह चुनौती दी है कि अगर किनारे की मरी हुई सीपियों से संतोष मिलता तो समुद्र अंतराल में छिपे हुए मौक्तिक कोष को कौन बाहर लाएगा ? 

(इ) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो :

1. लेखक ने जिन्दगी की कौन-सी दो सूरते बताई है और उनमें से किसे बेहतर माना है ?

उत्तर : लेखक ने जिन्दगी की दो सूरते बताई है― एक तो यह है कि आदमी बड़े से बड़े मकसद के लिए कोशिश करें, जीतने के लिए पंजा डाले अगर असफलताएँ आये तो अँधियारे में जाल बुने। लेकिन कभी अपने पाँव न हटाएँ । 

दूसरी सूरत यह है कि गरीब आत्माओं का हमजोली बन जाए जो अधिक सुख पाती है और न जिन्हें पर बहुत अधिक दुख पाने का संयोग है। लेखक दिनकर जी ने इसमें पहले की आई हुई सूरत अधिक बेहतर माना है ।

2. जीवन में सुख प्राप्त न होना और मौके पर हिम्मत न दिखा पाना- इन दोनों में से लेखक ने किसे श्रेष्ठ माना है और क्यों ?

उत्तर : जीवन में सुख प्राप्त न होना और मौके पर हिम्मत न दिखा पाना- इसमें दूसरी कथन पर लेखक दिनकर जी ने अधिक श्रेष्ठ माना है। क्योंकि एक में अर्थात पहले में आदमी यह महसूस करता है कि किसी महान निश्चय के समय वह साहस से काम नहीं कर सका तो जीन्दगी की चुनौती को कबूल नहीं कर सकते । अर्थात सुख प्राप्त नहीं कर सकते ।

दूसरे में बड़े मौके पर साहस नहीं दिखाने वाला आदमी के आत्मा के भीतर एक आवाज सुनता रहता कि तुम साहस नहीं दिखा सकते, तुम कायर की तरह भाग खड़े हुए लेकिन इसमें लोगों को सुखों के प्रति प्रेरित करते है और अंत में सुखी बन सकते है ।

3. पाठ के अंत में दी गयी कविता की पंक्तियों के युधिष्ठिर शब्द से क्या सीख दी गयी है ?

उत्तर : पाठ के अंत में दी गयी युधिष्ठिर शब्द से हमें साहस और दृढ़ता के बारे में कहा गया है । डरने से कुछ नहीं होता, जीवन के हर कामों में साहस के साथ आगे बढ़ना चाहिए ।

(ई) सप्रसंग व्याख्या करो :

(क) साहसी मनुष्य सपने उधार नहीं लेता, वह अपने विचारों में रमा हुआ अपनी ही किताब पढ़ता है ।

उत्तर : इस कथन का अर्थ यह है कि साहसी लोगों ने किसी के ऊपर निर्भरशील नहीं होते है । अपने विचारों के ही अनुसार काम करते है। वे दुसरों के सपने में न तो भाग लेते है और न उधार लेते है। सिर्फ अपने विचारों में ही रहकर पढ़ने में व्यस्त रहते है ।

(ख) कामना का अंचल छोटा मत करो, जिन्दगी के फल को दोनों हाथों से दबाकर निचोड़ो ।

उत्तर : इस कथन का अर्थ यह है कि हमें अपनी कामनाओं को छोटा करना नहीं चाहिए । हमेशा उसको बढ़ाना चाहिए। इच्छाओं की सीमाएं हमेशा बढ़ाना चाहिए। और जिन्दगी में सुख पाने के लिए जिन्दगी की सारी फलों को दोनों हाथों से दबाकर निकली हुई रसों को बहाना चाहिए जिससे अपने को भी शांति मिले और दूसरों को भी निर्मल शांति मिले ।

भाषा और व्याकरण ज्ञान

1. निम्नलिखित वाक्यों को ध्यान पुर्वक पढ़ों :

(क) भोजन का असली स्वाद उसको मिलता है, जो कुछ दिन बिना खाए भी रह सकता है । 

(ख) लहरों में तैरने का जिन्हें अभ्यास है, वे मोती लेकर बाहर आयेगें ।

(ग) जो सुखों का मुल्य पहले चुकाते है, उन्हे स्वाद अधिक मिलता है ।

इन वाक्य मोटे छपे शब्द ‘उसका’ ‘जो’ ‘जिन्हे’ ‘वे’ और ‘उहें’ संबंध वाचक सर्वनाम है क्योंकि वाक्य में इसका परस्पर संबंध है। संबंध वाचक सर्वनाम का प्रयोग करते हुए अन्य पाँच वाक्य बनाओ । 

उत्तर : (1) जिन्हें आराम का अभ्यास है उनके लिए आराम ही मौत है ।

(2) राम क्रिकेट खेलता है, लेकिन मनोज नहीं खेलता है ।

(3) शंकरदेव का कीर्तन घोषा ।

(4) फुटबॉल का खेल चल रहा है ।

(5) मीरा उसकी कपड़े खरीदी । 

2. इस पाठ में अरबी, फारसी के अनेक शब्द आए है जैसे मजा, जिन्दगी । इनके हिन्दी रुप आनन्द और जीवन । यहाँ कुछ हिन्दी शब्द दिए गए है― पाठ में से उनके अरबी–फारसी रुप चुनकर लिखों ।

भय, सुँगधित, अनुभव, विशेषता, अंतर, वास्तविक, प्रयास, आवश्यकता ।

उत्तर : भय – खौफ, खतरा ।

सुगंधित – खुशबूदार। 

अनुभव – महसुस ।

विशेषता – सिफत ।

अंतर– दिल । 

वास्तविक – अस्लीयत ।

प्रयास – कोशिश। 

आवश्यकता –जरुरतमंद ।



1.  कैसे लोग जीवन के मजे नही ले सकते?

उत्तरः जो फूलों की छाँह के नीचे खेलते और सोते हैं उन्हे जीवन के मजे नही ले सकते।

2. पानी में कोनसा तत्व हैं?

उत्तरः पानी में अमृत तत्व हैं।

3. पहले लोग कोई चीज मिलने पर क्या करते थे?

उत्तरः पहले लोग कोई चीज मिलने पर पहले कर्ज चुकाते थे, बाद में आनंद उठाते थे।

4. लोग पाँव भीगने के डर से किससे बचते हैं?

उत्तरः लोग पाँव भीगने के डर से पानी से बचते हैं।

5. दिन भर धूप में थक कर लौटा हुआ आदमी किसका आनंद लेता है?

उत्तरः दिन भर धूप में थक कर लौटा हुआ आदमी चाँदनी की ताजगी और शीतलता आनंद लेता है। 

6. भोजन का असली स्वाद किसको मिलता हैं?

उत्तरः जो बिना खाए रह सकता हैं उसे भोजन का असली स्वाद किसको मिलता हैं।

7. अकबर ने कितने सल के उम्र में अपने पिता के अपराधी को परास्त किया?

उत्तरः अकबर ने तेरह साल के उम्र में अपने पिता के अपराधी को परास्त किया।

8. कौरवों और पांडवों के युद्ध में किसका जीत हुआ था?

उत्तरः कौरवों और पांडवों के युद्ध में पांडवों का जीत हुआ था।

9. आदमी के सारे दिन किससे पैदा होते हैं?

उत्तरः आदमी के सारे दिन हिम्मत से पैदा होते हैं।

10. जिंदगी की कितने सूरतें हैं?

उत्तरः जिंदगी की दो सूरते हैं।

11. किसमें आनंद नही हैं?

उत्तरः जिंदगी को दाँव पर लगाने में आनंद नही हैं।

12. कौनसी जिंदगी सबसे बड़ी जिंदगी हैं?

उत्तरः साहस की जिंदगी सबसे बड़ी जिंदगी हैं।

13. कौन अपनी ही किताब पढ़ता हैं? 

उत्तरः साहसी लोग अपनी ही किताब पढ़ता हैं।

14. जो लोग जिदंगी की चुनौती को कबूल नही कर सकता, वह क्या नही पा सकता?

उत्तरः जो लोग जिदंगी की चुनौती को कबूल नही कर सकता, वह खुशी नही पा सकता।

15. जिंदगी से कितना पा सकते हैं?

उत्तरः जितना पूँजी लगाते हैं जिंदगी से उतना पा सकते हैं।

16. किसका अंचल छोटा मत करो?

उत्तरः कामना का अंचल छोटा मत करो।

17. कौन अपनी राह बना ले?

उत्तरः काटे अपनी राह बना ले।

18. किसका जीवन नही हैं?

उत्तरः डरने वालो के जीवन नही हैं।

19. जिंदगी को ठीक से जीना क्या हैं? 

उत्तरः जोखिम शेलना जिंदगी को ठीक से जीना हैं।

20. जिंदगी कहा कैद हो जाती हैं?

उत्तरः जिंदगी अपने ही घेरे में कैद हो जाती हैं।

21. राष्ट्र्रकवि रामधारी सिंह 'दिनकर' का जन्म कितने ई ़ में हुआ था ?

उत्तरः राष्ट्र्रकवि रामधारी सिंह 'दिनकर' का जन्म 1908 ई ़ में हुआ था।

22. दिनकर के पिता किया थे ?

उत्तरः दिनकर पिता कृषक थे।

23. दिनकर ने कहा बी.ए की शिक्षा लिया था ?

उत्तरः दिनकर ने पटना में बी.ए की शिक्षा लिया था।

24. कितने ई ़ में दिनकर ने बिहार सरकार में नौकरी आरंभ कि थी ?

उत्तरः 1934 ई ़ में दिनकर ने बिहार सरकार में नौकरी आरंभ कि थी।

25. किस पद के लिए दिनकर मृत्युपर्यत बने रहे ?

उत्तरः हिन्दी सलाहकरार के पद के लिए दिनकर कौ मृत्युपर्यत बने रहे।

26. दिनकर को किस काव्य ग्रंथ के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला था ?

उत्तरः दिनकर को उर्वशी काव्य ग्रंथ के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला था।

27.  कौन मोती लेकर बाहर आएँगे ?

उत्तरः लहरों में तैरने का जिन्हें अभ्यास है वे मोती लेकर बाहर आएगे।

28. दुनिया पर कौन कब्जा करती है ?

उत्तरः बड़ी हस्तियाँ बड़ी मुसीबतों में पलकर दुनिया पर कब्जा करती है।

29. श्री विन्स्टन चर्चिल ने किया कहा है ?

उत्तरः श्री विन्स्टन चर्चिल ने कहा है कि जिंदगी की सवसे बड़ी सिफत हिम्मत है।

30. जिंदगी की कितने सूरतें हैं ?

उत्तरः जिंदगी की दो सूरतें हैं।

31. साधारण जीव का काम किया है ?

उत्तरः अड़ोस-पड़ोस को देखकर चलना साधारण जीव का काम है।

32. साहसी मनुष्य किन सपनों में रस लेता है ?

उत्तरः साहसी मनुष्य उन सपनों में रस लेता है, जिन सपनों का कोई व्यावहारिक अर्थ नहीं है।

33. अपनी ही किताब कौन पढ़ता है ?

उत्तरः साहसी लोग अपने ही किताब पढ़ता है।

34. सिंह कब मगन रहता है ?

उत्तरः सिंह बिल्कुल अकेला होने पर भी मगन रहता है।

35. जिंदगी से और अंत मे हम कितने पाते है ?

उत्तरः जिंदगी से और अंत मे हम उतना ही पाते हैं, जितनी कि उसमें पूँजी लगाते हैं।

Prepared by: SAFIUL ISLAM

 Class 9 Elective Hindi Book Chapter 1 Short Answer SEBA  हिम्मत और जिंदगी Short Question Answer | Safiul Islam


No comments